सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर को कैंडिल जला दी गयी भावभीनी श्रद्धांजलि
- लता दीदी के गाये गीत ऐ मेरे वतन के लोगों...सुनकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व.जवाहरलाल नेहरू रो पड़े थे।
वैशाली: सुर सम्राज्ञी स्व.लता मंगेशकर के निधन से न केवल संगीत को क्षति पहुंची है अपितु देश की सांस्कृतिक जगत को भी गहरा धक्का लगा है। ये सचमुच सुरों की मल्लिका थी अपनी गायकी की लोहा इन्होंने अपने देश को ही नही बल्कि विश्व के अनेक देशो को भी मनवाया। अपनी सुरीली आवाज को अपने अंदाज में जिस प्रकार बयां किया उसका दुनिया के लोग मुरीद हो गये।स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध स्वर्गिया लता जी के गाने अमर रहेंगे।इनकी कमी संगीत प्रेमियों को हमेशा खलती रहेगी।उक्त बातें आज गोरौल प्रखंड के मधुरापुर गांव स्थित स्व. रमती देवी रामसुंदर सिंह निकेतन में स्वर्गिया लता मंगेशकर के निधन पर आयोजित श्रद्धांजली सभा में बोलते हुए वक्ताओं ने कही। श्रद्धांजली सभा में लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजली दी और उन्हें श्रद्धा पुर्वक याद किया।इस दौरान लता मंगेशकर के गाए राष्ट्रीय गीत ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंखों में भर लो पानी जो शहीद हुए है उनकी जरा याद करो कुर्बानी... उनकी के गायन पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व.जवाहर नेहरू की आँखे नम हो गयी थी।मौके पर निकेतन के अध्यक्ष श्याम किशोर ,वशिष्ठ प्रसाद सिंह,सुनिल कुमार सुमन,पत्रकार राहुल गुप्ता, देशबंधु कुमार, अरविन्द कुमार,रत्नेश कुमार, पंकज कुमार, ललन कुमार, मिथिलेश प्रसाद सिंह, दिनेश पटेल, आर्यन राज, आकाश राज, शिवानी कुमारी, ब्रज किशोर कुमार, बालेश्वर सहनी सहित अन्य उपस्थित थे।
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