महाप्राण निराला की जयंती पर बही काव्य रसधार
वैशाली पातेपुर।महाप्राण निराला सचमुच मानवतावाद, भक्ति, श्रृंगार और प्रकृति के संवेदनाओं के सृजन कर्ता थे।उसके साथ राष्ट्रीय सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना ने भी उन्हे उत्कृष्ट श्रेणियों में पहुंचा दिया।जिन्दगी के कठोरतम यथार्थ से लेकर अति ऊर्ध्व कल्पना के बीच व्याप्त चेतना जब एक स्तर से दूसरे स्तर तक संक्रमित होती थी तो उसमें खड़खड़ाहट आ जाती थी जिसे लोग निराला का पागलपन समझ बैठते थे।उक्त बातें आज जिले के गोरोल प्रखंड अंतर्गत मधुरापुर गांव स्थित स्वर्गीय रमती देवी रामसुन्दर सिंह निकेतन मधुरापुर गांव में आयोजित महाप्राण निराला की जयंती पर बोलते हुए चकिया, मुजफ्फरपुर के प्रोफेसर डॉक्टर रणजीत कुमार दिनकर ने कही।गोरौल बीआरपी धर्मेन्द्र कुमार की अध्यक्षता एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय शंभूपुर कोआरी के हिन्दी शिक्षक अनिल कुमार के सफल संचालन में संचालित विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए शिक्षिका एवं चर्चित कवियत्री वीणा द्विवेदी ने कहा कि महाकवि निराला अपने काव्य में अनेक प्रतीकों और बिम्बों के माध्यम से असीम आशीष के प्रति गहन लालसा और भावनात्मक तादात्म्य स्थापित करना चाहते थे और इसके लिए वे बेचैन भी रहते थे।वे सौंदर्य प्रेमी भी थे तभी तो उनकी उनकी रचनाओं में प्रकृति की सुन्दरता कण-कण में समाहित दिखती है।कवियत्री श्रीमती द्विवेदी ने इस अवसर पर महाप्राण निराला की कविता पगली का सस्वर पाठ भी किया।कार्यक्रम का उद्धाटन वैशाली के विधायक सिद्धार्थ पटेल ने दीप प्रज्वलित कर किया था।उन्होंने इस अवसर पर आयोजक को धन्यवाद ज्ञापन भी किया कि सुदूर देहाती क्षेत्र में इस तरह का यह अनुठा कार्य है।इससे आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।निकेतन के अध्यक्ष श्याम किशोर ने कहा कि महाकवि निराला की जयंती मनाना निकेतन के लिए सौभाग्य की बात है।उन्होंने मौके पर उपस्थित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।शिक्षाविद वशिष्ठ प्रसाद सिंह ने निराला की जयंती मनाए जाने का औचित्य पर प्रकाश डालते हुए उसे आज के परिवेश से जोड़कर विषय प्रवेश कराया।मौके पर पत्रकार राहुल कुमार ने भी महाकवि निराला की रचनाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आजादी की लड़ाई में इनके योगदान को रेखांकित किया।इस अवसर पर कवियों ने निराला की कविताओं का सस्वर पाठ किया।शिक्षक अनिल कुमार ने भिक्षुक कविता का जब सस्वर पाठ किया तो लोग भाव विभोर हो गये।वशिष्ठ प्रसाद सिंह ने निराला की कविता वर दे वीणा वादिणी वर दे का पाठ किया।पत्रकार देशबंधु कुमार ने उनकी वह तोड़ती पत्थर कविता का पाठ किया जिसे लोगों ने खूब सराहा।इसके साथ साथ छात्र विशाल कुमार, आयुष कुमार, आकाश राज, आर्यन राज ने काव्य पाठ किया।गोष्ठी को सम्बोधित करने वालों में सेवानिवृत्त शिक्षक शिवचंद्र सिह, शिक्षक संजय कुमार, चंद्रशेखर पटेल,डाकबाबू रामानंद सिंह, रत्नेश कुमार, रवींद्र कुमार, उपप्रमुख रोहित पटेल, पूर्व प्रमुख रामसागर सिंह, पूर्व उप प्रमुख संजय कुमार सिंह, पूर्व सरपंच उमेश प्रसाद सिंह, पैक्स अध्यक्ष रंजीत कुमार, सतीश कुमार, दिनेश पटेल आदि शामिल हैं।
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