कार्यरत श्रमिकों की संख्या बढाकर आरओबी सहित अन्य निर्माण कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण करायें-जिलाधिकारी
रिपोर्ट प्रभंजन कुमार ,हाजीपुर // जिलाधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा एनएच-19 पर बीएसएनएल गोलम्बर से लेकर रामाशीष चौक एवं अंजानपीर होते हुए नये गंडक पुल तक एनएचएआई के द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी ने निर्माण एजेन्सी के पदाधिकारियों से बात कर कार्यों की पूरी जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने आरओबी निर्माण कार्य अपेक्षाकृत धीमा पाया। इस पर कार्यकारी एजेन्सी के अभियंताओं को श्रमिकों की संख्या 60 से बढ़ा कर 120 अर्थात दो गुणा करने एवं कार्य की अवधि बढ़ाकर दिन-रात करने का निदेश दिया गया। जिलाधिकारी के द्वारा इसी प्रकार का निदेश नये गंडक पुल के पास चल रहे निर्माण कार्यों के लिए भी दिया गया और कहा गया कि सभी कार्यों को निर्धारित समय पर पूर्ण करा लिया जाय। अंजानपीर चौक के निकट अवस्थित बिजली के ट्रांसमिशन पोल को अविलम्ब चिन्हित स्थल पर स्थानान्तरित करने का निदेश दिया गया। इस क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी हाजीपुर एवं अंचलाधिकारी हाजीपुर को रामाशीष चौक के पास से सड़क पर से अतिक्रमण हटाने का भी निदेश दिया गया। जिलाधिकारी ने यहाँ पर कहा कि एक सप्ताह में पुनः कार्यों के प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
एनएच-19 के निरीक्षण के पश्चात् जिलाधिकारी ने अपने कार्यालय कक्ष में गाँधी सेतु के समानान्तर निर्माणाधीन फोर लेन, राघोपुर, बिदुपुर एवं राजापाकर अंचल में प्रस्तावित छः लेन एवं भारतमाला परियोजना के लिए भू-अर्जन की स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित उक्त सभी परियोजनाओं के प्रोजेक्ट निदेशक एवं कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि गाँधी सेतु के समानान्तर नये फोर लेन के लिए भू-अर्जन का कार्य पूर्ण है और निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो गया है। छः लेन के विषय में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि इस सिक्स लेन के अंतर्गत वैशाली जिला के राघोपुर, बिदुपुर एवं राजापाकर अंचल में कुल 17. 9 किलोमीटर का निर्माण प्रस्तावित है जिसमें इन तीनों अंचलों के 18 मौजा आते हैं। इसके लिए कुल 221.21 एकड़ का भू-अर्जन होना था जिसमें 199.24 एकड़ का भू-अर्जन कर लिया गया है और संबंधित लोगों का भुगतान भी कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस परियोजना में जो भू-अर्जन शेष है उसे शीघ्र पूरा कराया जाय।
: भारतमाला परियोजना के विषय में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने बताया कि इसके अंतर्गत वैशाली जिला के चार अंचल राजापाकर, जन्दाहा, महुआ और पातेपुर आ रहे है। भारतमाला परियोजना के तहत वैशाली जिला के इन चार प्रखंडों में कुल 32 किलोमीटर पथ का निर्माण होना है। इसके अंतर्गत कुल 43 मौजा आ रहे हैं। इसके भू-अर्जन पर कुल 327 करोड़ की राशि का व्यय होना है जिसमें अभी तक 97 करोड़ की राशि का व्यय किया गया है। शेष राशि का आवंटन प्राप्त है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि 30 जून तक हर हाल में भारतमाला परियोजना के लिए प्राथमिकता निर्धारित कर भू-अर्जन कर लिया जाय। इसके लिए कैम्प लगा कर आवेदन प्राप्त किया जाय एवं जाँचोपरांत उसका भुगतान सुनिश्चित करायी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि अंचलाधिकारी कैम्प करेंगे एवं उनके सहयोग के लिए सभी नवनियुक्ति राजस्व पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि इस परियोजना के जो भी आवेदन प्राप्त है उसकी शीघ्र जाँच कर भुगतान करें। जिन लोगों ने आवेदन नहीं दिया है उनसे आवेदन प्राप्त किया जाय। जिस मौजा से कम आवेदन आये है वहाँ माईकिंग करा दिया जाय परन्तु हर हाल में 30 जून तक भू-अर्जन के कार्यों को पूर्ण करा लिया जाय। जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित डीसीएलआर को नियमित रूप से इस सम्पूर्ण कार्य का अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त सभी परियोजनाओं का नजरी नक्सा दो दिनों में बना कर दिखाया जाय उसके बाद उन्होंने स्वयं सभी स्थलीय निरीक्षण करने की बात कही। इस अवसर पर मोर्थ के प्रतिनिधि, कार्यपालक अभियंता गुलजारबाग, छपरा
भारतमाला के प्रोजक्ट निदेशक एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
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