Breaking News

संदिग्ध हालत में युवक की मौत पर प्रशासन हुआ सख्त


वैशाली:
बड़े भाई के साढु के घर छठीयार समारोह पार्टी से लौटे युवक की संदिग्ध मौत बीते शुक्रवार की देर रात हो गई। वही कई लोग बीमार पड़ गए। यह खबर शनिवार की सुबह आग की तरह फैली और देखते ही देखते लोगों का हुजूम उमर पड़ा। इधर जहरीली शराब से मौत होने की उठी खबर से प्रशासन भी सख्ते में आया और उनकी टोली मृतक के घर पहुंच कर विस्तृत जांच की।

 शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के क्रम में यहां पुलिस और ग्रामीणों के बीच काफी बक बक और धक्का धूक्की भी हुई। यह घटना महुआ थाने के हसनपुर भदवास पंचायत अंतर्गत भदवास वार्ड संख्या 13 की है। मृतक 28 वर्षीय विकास कुमार चौधरी राजेंद्र चौधरी का पुत्र था और वह पासी का काम करता था। बताया जा रहा है कि विकास अपनी बड़े भाई वार्ड सदस्य शंभू चौधरी के साथ उनके साढु के यहां बीते गुरुवार की शाम महनार के गंज गए थे। जहां छठीयार पार्टी में भाग लेने के बाद बीते शुक्रवार को वापस घर आ गए थे। लोगों का यह भी कहना है कि विकास ने शुक्रवार की शाम ताड़ चढ़ने का भी काम किया था। वही देर रात में उल्टी दस्त शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि चार-पांच दस्त और उल्टी होने के बाद विकास की हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। यही स्थिति मृतक के बड़े भाई शंभू चौधरी को भी हुई। हालांकि उसे लोग इलाज के लिए निजी क्लीनिक पर ले गए। इस बीच उनकी हालत सुधर गई। इधर घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया और घटनास्थल पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जितने लोग उतनी बातें होने लगी।

विकास की मौत से पत्नी मनीषा की तो उजर गई दुनिया:

महुआ के भदवास में विकास की हुई संदिग्ध मौत से पत्नी मनीषा की तो दुनिया ही उजड़ गई। मनीषा किसके सहारे जीवन की नैया को कटेगी। अभी उसे लंबी जिंदगी पार करनी है। उसकी विलाप से तो सबका कलेजा दहल जा रहा था। कभी मूर्छित हो जा रही थी तो कभी आंख खोल कर रम्मे दइबे कहकर चिल्लाने लगती थी। अगल बगल में बैठी दर्जनों महिलाएं उन्हें ढाढस दे रही थी। जबकि मनीषा इस बात को समझ रही थी कि अब उसका सहारा छिन गया। मृतक के दो बच्ची 05 वर्षीय अमृता और 02 वर्षीया तन्नू तो समझ नहीं पा रही थी कि कि उसके सिर से पिता का साया उठ गया। मम्मी की रुलाई को देखकर दोनों बच्ची भी रोने लगती थी। मनीषा की शादी विकास के साथ 8 वर्ष पूर्व हुई थी। विकास तीन भाई संभू व मुकेश से सबसे छोटा था। माता मछिया देवी तो कलेजा पीटकर रो रही थी तो भाभी देवर की हुई मौत पर गमगीन थी। मृतक विकास पासी का काम करता था और उसी से उसका घर परिवार चल रहा था। बड़े भाई विकास वार्ड सदस्य है।

शव को पोस्टमार्टम में भेजने के लिए पुलिस पब्लिक में चलती रही लुकाछिपी का खेल:

विकास के शव को पोस्टमार्टम में भेजने के लिए पुलिस और पब्लिक में लुकाछिपी का खेल चलती रही। इस बीच शव लेने के दौरान पुलिस पब्लिक में झड़प हुई। ग्रामीण मृतक का शव को लेकर दाह संस्कार के लिए चले ही थे कि थानाध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना की टीम पहुंच गई और उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए कब्जे में लेना चाही। इस बीच पब्लिक के बीच झड़प हो गई। किसी तरह पुलिस ने शव को रोका। कुछ ही देर बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर महुआ से एसडीओ संदीप कुमार, डीएसपी पूनम केसरी, बीडियो शिवांगी कुमारी, सीओ अमर सिन्हा, सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह अवर निरीक्षक परशुराम सिंह, रामाशंकर साह, आशुतोष शुक्ला, मोनी कुमारी के साथ महुआ और जिला से काफी संख्या में पुलिस बल पहुंच गई। पुलिस की जत्था को रहते ग्रामीण एक बार फिर शव को दाह संस्कार करने के लिए चलें कि पुलिस कड़ियों पोखर के पास उसे घेर ली और कब्जे में ले लिया। बाद में डीएम यशपाल मीणा, एडीएम, एसपी मनीष यहां अनुमंडल कार्यालय पर पहुंचे और घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। इधर समाचार लिखे जाने तक मृतक के गांव में पुलिस और प्रशासन की टीम जमी थी।

कहते हैं डीएसपी

मौत कैसे हुई इसकी विस्तृत जानकारी ली जा रही है। अभी विशेष कुछ कहा नहीं जा सकता है। एक-एक बिंदु पर जांच चल रही है। मृतक के परिवार के एक-एक सदस्य और ग्रामीणों से हर बिंदु पर जानकारी ली गई है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की सच्चाई सामने आएगी। 

कोई टिप्पणी नहीं

Type you comments here!