कुर्था के बारा पंचायत में मनरेगा योजना में मची है लूट : अवधेश यादव
अधिकारियों की मिलीभगत से योजनाओं में लूट का दिया जा रहा अंज़ाम
कुर्था ,अरवल // स्थानीय प्रखंड के पंचायत बारा में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर धांधली एवं भारी वित्तीय अनियमितता को लेकर *बारा पंचायत के पूर्व मुखिया अवधेश यादव* ने जिलाधिकारी अरवल को आवेदन दी है उन्होंने आवेदन में उल्लेख किया है कि अरवल जिला अंतर्गत कुर्था प्रखंड के बारा पंचायत में 1/4/2022 से दिनांक 20/ 04 /2022 तक मनरेगा योजनाओं में लगभग 3 करोड़ का भुगतान मजदूरी संवर्ग में किया गया है जबकि सच्चाई यह है कि मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं में कार्यस्थल पर लगभग सभी योजनाओं में 10% से भी कम राशि का कार्य किया गया है जबकि कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा कुर्था एवं मुखिया ग्राम पंचायत बारा, पंचायत रोजगार सेवक बारा पंचायत के तकनीकी सहायक तथा कनीय अभियंता मनरेगा कुर्था के मिलीभगत से लगभग मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली सभी योजनाओं में फर्जी मापी पुस्तिका बनाकर योजनाओं का लगभग 90% राशि निकासी कर लिया गया है इनमें प्रत्येक योजनाओं की सूची इस आवेदन के साथ संलग्न कर रहा हूं इसके अलावा ग्राम पंचायत बारा में क्रियान्वित होने वाली योजनाओं के भुगतान में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है जैसे कि जॉब कार्डधारी ग्राम पंचायत बारा का है और पैसे का भुगतान दूसरे प्रखंड एवं दूसरे गांव के व्यक्ति के खाते में किया गया है जिसका एक उदाहरण मैं इस आवेदन के साथ संलग्न कर रहा हूं सच्चाई यह है कि मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली सभी योजनाओं के वेजलिस्ट के अवलोकन करने पर बहुतायत मात्रा में फर्जी जॉबकार्ड धारी पाए जाएंगे जो सीधे-सीधे षड्यंत्र कर सरकारी खजाने को लूटने का अपराध है इसके अलावा कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा कुर्था के द्वारा कुर्था प्रखंड के भिन्न-भिन्न पंचायतों में दिनांक 1/4/2022 से दिनांक 20/ 07/2022 तक मनरेगा मद से 18 करोड़ का भुगतान किया गया है जबकि कार्यस्थल पर मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं में कार्य नगण्य है कार्यक्रम पदाधिकारी कुर्था के द्वारा जो कार्य किया जा रहा है इससे पूरे बिहार में वित्तीय अराजकता की स्थिति पैदा हो जाएगी इसके अलावा कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा कुर्था के द्वारा यह डंके की चोट पर आम जनमानस के बीच बताया जाता है कि मेरे द्वारा आयुक्त मगध प्रमंडल गया, मनरेगा आयुक्त पटना, जिला पदाधिकारी अरवल को प्रत्येक योजना में भुगतान की गई राशि का 2-2 प्रतिशत रुपया उपयुक्त लोगों को घूस के रूप में दिया जाता है इसलिए जिसका जहां आवेदन दिया जाता है उसका आवेदन वहीं पर मैनेज कर लिया जाता है इसके अलावा कुर्था प्रखंड में मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली सभी ग्राम पंचायत के योजनाओं में कहीं भी सरकार द्वारा निर्देशित सूचना पट नहीं लगाया गया है जिसके चलते योजनाओं में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा हुआ है जैसे ग्राम पंचायत बारा में ग्राम फरीदपुर में योजना का नाम *फरीदपुर में महुआ के पेड़ से ग्राम कुबड़ी तक पिंड पर मिट्टी भराई कार्य जिसका वर्क कोड 20499411 है* इस योजना का कार्य एक डेढ़ साल पहले लघु सिंचाई संसाधन विभाग से हुआ है लेकिन इस योजना में मनरेगा मद से बिना कार्य किये लाखों रुपया फर्जीवाड़ा करके निकाल लिया गया है इसी प्रकार मनरेगा से क्रियान्वित होने वाले पक्का कार्यों में निम्नांकित प्रकार से फर्जीवाड़ा किया गया है जो इस प्रकार है ग्राम पंचायत बारा में सात निश्चय मद से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं का नाम बदलकर मनरेगा से भी सामग्री भुगतान हेतु वित्तीय वर्ष 2020-2021 एवं 2021-22 में फर्जी एफटीओ बना लिया गया है और ऐसे एफटीओ लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है और अगर संपूर्ण कुर्था प्रखंड में सभी योजनाओं में सामग्री मद में होने वाली वित्तीय वर्ष 2021-22 एवं वित्तीय वर्ष 2019-20 के एफटीओ का अवलोकन किया जाए तो लगभग 20 करोड़ का फर्जीवाड़ा को रोका जा सकता है वही ग्राम पंचायत बारा के पंचम वित्त आयोग से भी क्रियान्वित होने वाली योजनाओं का नाम बदलकर मनरेगा से योजना शुरू किया गया है तथा पहले से किए हुए कार्य पर भी विभिन्न योजनाओं में मजदूरी का भुगतान ले लिया गया है तथा सामग्री का करोड़ों रुपया बकाया का भुगतान लंबित है जो फर्जीवाड़ा है ग्राम पंचायत बारा के पंचम वित्त आयोग षष्टम वित्त आयोग सात निश्चय योजना 14वें वित्त आयोग एवं 15वें वित्त आयोग से क्रियान्वित होने वाली विगत तीन-चार वर्षों के सभी अभिलेखों का एक साथ मिलाकर योजनाओं का भौतिक सत्यापन करने पर लगभग 10 करोड़ का फर्जीवाड़ा ग्राम पंचायत बारा में निश्चित रूप से सामने आएगा हम लोग जानते हैं कि जिला स्तर एवं प्रखंड स्तर के सभी कर्मचारी एवं पदाधिकारी ग्राम पंचायत बारा के वर्तमान मुखिया एवं मुखिया पति विजेंद्र कुमार उर्फ मलक यादव से मिले हुए हैं इसलिए प्रमंडलीय स्तर के पदाधिकारी से ही योजना की जांच कराई जाए वही सात निश्चय योजना पंचम वित्त आयोग 14 वित्त आयोग से क्रियान्वित होने वाली योजनाओं को पहले रेखांकित किया जाए इसके बाद मनरेगा से क्रियान्वित होने वाली बारा पंचायत के सभी योजनाओं को रेखांकित किया जाए उसके बाद सभी योजनाओं को मिलान कर जो सही है उसी सामग्री का भुगतान हो तो सिर्फ बारा पंचायत में सरकारी खजाने से करोड़ों रुपया के अवैध निकासी को रोका जा सकता है *ग्राम पंचायत बारा के ग्राम मखदुमपुर में सोहरी यादव के निजी जमीन में मनरेगा योजना से 2021-2022 में पशु शेड का निर्माण कार्य हो चुका है जिसका वर्क कोड IF/20429918 है*। इस योजना का काम आजतक स्थल पर नहीं हुआ है और इसमें लाखों रुपया की निकासी हो चुका है जो फर्जीवाड़ा का सबसे बड़ा उदाहरण है और ऐसे सैंकड़ों योजनाएं ग्राम पंचायत बारा में सिर्फ कागजी दस्तावेज पर क्रियान्वित हुई है पर कार्यस्थल पर काम नहीं हुआ है वहीं उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021 2022 के WLNO./13897 का अवलोकन किया गया तो पाया गया की जॉब कार्ड नंबर 5706 ग्राम पंचायत बारा में अंकित है जबकि इस जॉब कार्ड नंबर पर राशि का भुगतान *सुरेश साहू पिता केदार साहू कुर्था के अकाउंट नंबर 33250130802 पर हुआ है* इसी प्रकार इसी योजना में जॉब कार्ड नंबर 1203 जो ग्राम पंचायत बारा में प्रफुल्ल कुमार के नाम से दर्ज है लेकिन इस जॉब कार्ड नंबर पर राशि का भुगतान *मनोज प्रसाद पिता किशोरीलाल कुर्था के अकाउंट नंबर 36160912235 पर हुआ है* अगर इस पंचायत के सभी जॉबकार्ड का अवलोकन किया जाए तो हजारों फर्जीवाड़ा जॉब कार्ड मिलेंगे जिसमें जॉब कार्ड किसी और का है और मनरेगा मद से राशि का भुगतान किसी दूसरे आदमी के खातों में किया जा रहा है इसलिए मेरे द्वारा उपरोक्त में उठाए गए सभी मनरेगा संबंधित वित्तीय अनियमितता को तत्काल प्रभाव से निदान नहीं किया गया तो सरकारी खजाने का सिर्फ कुर्था प्रखंड में लगभग 30 करोड़ का नुकसान होगा और पूरे बिहार में अगर इस प्रकार जॉब कार्ड जांच किया जाए तो हजारों करोड़ तक पहुंच सकता है जो सबसे बड़ा घोटाला है अगर कुर्था प्रखंड के मनरेगा से संबंधित योजनाओं को तत्काल जांच उपरांत उचित कानूनी कार्रवाई योजना वार नहीं की जाती है तो कार्यक्रम पदाधिकारी कुर्था के द्वारा प्रचारित कथन सत्य हो जाएगा कि मैं सभी अधिकारियों जैसे आयुक्त मगध प्रमंडल, मनरेगा आयुक्त पटना, जिला पदाधिकारी अरवल को मेरे द्वारा रिश्वत दिया जाता है मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा जिसको जहां जाना है जाए या मेरे विरुद्ध जो आवेदन देना है दे मुझे कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा वहीं उन्होंने जिला पदाधिकारी से अनुरोध की है की उपयुक्त सभी बिंदुओं पर संवैधानिक स्तर से विचार करते हुए उचित कानूनी कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
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