चंद्रवंशी युवा सम्मेलन की करे तैयारी:- आनंद चंद्रवंशी
अरवल जिला ब्यूरो वीरेंद्र चंद्रवंशी की रिपोर्ट
अरवल जिले के इतवां आरएनपी विद्यालय के प्रांगण में चंद्रवंशी समाज के जिला स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व जिला पार्षद आनंद कुमार चंद्रवंशी ने उपस्थित चंद्रवंशी समाज के गण्यमान्य लोगो से कहा कि किसी भी संगठन का विकास तभी हुआ है जब वो संगठन, अपनी एकता - अपनी ताकत को प्रदर्शित करते हुए एक बड़ा सम्मेलन किया हैं।
आगे कहा कि अरवल के चंद्रवशी के युवाओं में राजनीतिक जागरूकता हैं, इनमें केवल नेतृत्व क्षमता विकसित करना हैं, इसी लिए चंद्रवाशी युवाओं का जिला स्तर पर युवा सम्मेलन आयोजित करना जरूरी है, सम्मेलन के माध्यम से युवा वर्ग गांवो का दौड़ा करेंगे, गांवो में जान- पहचान होगा, सामाजिक रहन- सहन का संस्कार प्राप्त होगा, बात -चीत करने का कला विकसित होगा, और नेतृत्व क्षमता का विकास होगा, जिससे आने वाले समय में लीडरसिप पैदा होगा।
आगे कहा कि चंदवंशीयों का गौरवशाली इतिहास रहा है, हिंदु धर्म के पवित्र महाकाव्य महाभारत की गाथा चंद्रवशीयो का जीताजगता उदाहरण हैं, तीन साल पर लगने वाले मोलमास के मेला में मान्यता के अनुसार सभी देवी- देवता महाराजा जरसंघ की पावन भूमि पर आकर निवास करते हैं।
आगे कहा कि अरवल के धरती पर, चंद्रवंशी महासभा, चंद्रवंशी चेतना मंच के बैनर तले कई मीटिंग, सम्मेलन कराया जाता रहा है, और आज भी AICYA के तहत युवाओं में जागरूकता कायम किया जा रहा है।
इस बैठक में चंद्रवशी महासभा के जिला अध्यक्ष ललन चंद्रवंशी ने समाज को संबोधित करते हुए युवाओं को कहा की यहां बैठे युवा कल के समाज के खेवन हार है, आप युवा चंद्रवशी सम्मेलन के लिए आगे बढ़े, हमलोगो का साथ और आशीर्वाद युवाओं का के लिए हमेशा रहेगा।
इस बैठक का अध्यक्षता AICYA के जिला अध्यक्ष नौलेश चंद्रवाशी ने किए, बैठक में मुखिया राजेश चंद्रवंशी, पूर्व मुखिया गया चंद्रवंशी और नंदकिशोर चंद्रवंशी, पंचायत समिती रविंद्र चंद्रवंशी, वार्ड काउंसलर अरविंद चंद्रवंशी, युवा नेता अमित कुमार चंद्रवंशी, युवा नेता सन्नी चंद्रवंशी, प्रो० श्याम चंद्रवंशी, प्रो० जितेंद्र चंद्रवंशी, दामोदर चंद्रवंशी, चंदन चंद्रवंशी, पवन चंद्रवंशी, डॉ रंजय चंद्रवंशी, जगेश चंद्रवंशी, चिंटू चंद्रवंशी, सुनील चंद्रवंशी सहित सैकड़ों युवाओं ने बैठक में अपना विचार रखे तथा "युवा चंद्रवंशी सम्मेलन" को सफल बनाने का संकल्प लिए।
और अंत में जय जरासंध, जय मगधेश और चंद्रवंशी एकता जिन्दाबाद के उदघोष के साथ बैठक समाप्त हुआ।
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