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आंगनबाड़ी केन्द्र जाँच नहीं करने पर सीडीपीओ भगवानपुर से पूछा गया स्पष्टीकरण


वैशाली: हाजीपुर:
- जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी एवं डीसीएलआर हाजीपुर के साथ भगवानपुर प्रखंड के हरिवंशपुर बाधु पंचायत के आंगनबाड़ी केन्द्र , विद्यालय एवं महादलित टोल का भ्रमण कर स्थिति का स्थलीय निरीक्षण किया गया।जिलाधिकारी सर्वप्रथम असतपुर सतपुरा स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 94 गये । वहाँ पर सहायिका उपस्थित थी । केन्द्र पर कुल 13 बच्चे थे । जिलाधिकारी के पुछने पर सहायिका श्रीमती ममता देवी ने बताया कि बच्चों के लिए आज रसिया (खीर) बनाया गया था। महिला पर्यवेक्षिका के द्वारा सप्ताह में एक बार केन्द्र की जाँच की जाती है परन्तु सीडीपीओ नहीं आती हैं। 

इसपर जिलाधिकारी के द्वारा सीडीपीओ भगवानपुर का अगले आदेश तक वेतन स्थगित करने तथा स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया गया। यहाँ पर अच्छे से बाला पेन्टिंग किया गया था परन्तु आगनवाडी केन्द्र के पीछे वाला हिस्सा थोड़ा अतिग्रस्त था जिसे मरम्मत करा देने का निर्देश प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को दिया गया। आगनवाड़ी के बगल में सामुदायिक भवन था जिसे देखकर जिलाधिकारी ने इसका भी मरम्मत कराने तथा यहाँ विद्युत कनेक्शन करा देने का निर्देश दिया। यहाँ से निकलकर जिलाधिकारी उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय हरिवंशपुर गये यहाँ एक ही परिसर में तीन विद्यालय संचालित हो रहे थे। जिलाधिकारी वर्ग 8.9 और 10 के बच्चों से कक्षा में जाकर मिले और पठन - पाठन की जानकारी प्राप्त की । कुछ प्रश्न भी किया गया जिसका बच्चों ने संतोषप्रद उत्तर दिया। यहाँ शिक्षकों की उपस्थिति पंजी एवं बच्चों की उपस्थिति पंजी सहित कैशबुक भी चेक किया गया।इस विद्यालय के पीछे वाली चाहर दिवारी को ठीक करादेने का निर्देश दिया गया।जिलाधिकारी यहीं पर स्थित कस्तुरबागाँधी बालिका विद्यालय गये।यहाँ पर कार्यतालिका लगी हुयी थी।

सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ पाया गया।यहाँ पर बच्चों के उपस्थिति बायोमेट्रिक से लिये जाने की बात बतायी गयी।विद्यालय परिसर में एक कुँआ था जो लोहे के बील से बैंका हुआ था।ग्रील की स्थिति अच्छी नहीं थी। इस पर जिलाधिकारी ने विद्यालय विकास मद के पैसे से इसे ठीक करा देने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी बाथु वार्ड संख्या 09 में स्थित महादलित टोले गये।वहाँ के वार्ड सदस्य गुडडू कुमार से जलापूर्ति तथा टोले के छोटे बच्चों से मिलकर उनके पढ़ायी की जानकारी ली गयी।यहाँ पर कुल 10 महादलित परिवार रह रहा था। वहीं पास में सामुदायिक शौचालय भी बना था परन्तु चालू नहीं था। सामुदयिक शौचालय को हैण्ड ओवर कराते हुए इसे तुरंत चालू कराने का निदेश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया।

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