पंचायतों में खोली गयी पुस्तकालयों से छात्रों को जोड़ें:- जिलाधिकारी
वैशाली: हाजीपुर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के साथ अपने कार्यालय कक्ष में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर समीक्षा बैठक करते हुए जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा जिला के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिन पंचायतों में पुस्तकालय की स्थापना की गयी है उसके निकट के विद्यालय के छात्रों को पुस्तकालय जाने के लिए प्रोत्साहित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि पुस्तकालयों के संचालन के लिए पंचायत पुस्तकालय समिति बनायी जाय। अभिभावक शिक्षक (पीटीएम) मिटिंग के बारे में पूछने पर बताया गया कि यह 26 नवम्बर को सभी विद्यालयों में कराया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में एक शिकायत पुस्तिका रखवायें जिसमें अभिभावक अपनी शिकायतें दर्ज करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा बच्चे पोषाक में स्कूल आयें यह सुनिश्चित करायी जाय और जो बच्चे पोषाक में नहीं आ रहे हैं उनके अभिभावक को बुलाकर बात की जाय। विद्यालय खुलने के साथ ही होने वाले चेतना सत्र के बारे में पूछा गया और निर्देश दिया गया कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रतिदिन किसी एक विद्यालय की चेतना सत्र में उपस्थित रहेंगे। चेतना सत्र के दौरान प्रेरक प्रसंग एवं सामान्य ज्ञान की चर्चा की जाय और 10 मिनट के लिये योगाभ्यास भी करायी जाय।
शिक्षा का अधिकार से संबंधित निजी विद्यालयों में नामांकन की स्थिति की जानकारी ली गयी। जिसपर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि कुल 535 निजी विद्यालयों में से जाँचोपरान्त 232 का प्रतिवेदन वेवसाईट पर अपलोड कर दिया गया है और शेष की जाँच करायी जा रही है। इसमें से 136 विद्यालयों को एनओसी दिया गया है।
जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को इस विषय को गंभीरता से देखने का निर्देश दिया गया।
सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शिक्षकों का परिचय पत्र बनवा दें और उन्हें एक समान परिधान में विद्यालय आने के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों में चहुमुखी विकास हो इसको लेकर प्रखंड के सबसे अच्छे निजी स्कूल के बच्चों के साथ सरकारी विद्यालय के बच्चों की प्रतियोगिता करायें। प्रतियोगिता विषय बार होगी जिसका प्रश्न सेट जिला से नोडल पदाधिकारी तैयार करेंगे। इस आयोजन में महत्वपूर्ण विषयों पर डीबेट भी करायी जा सकती है। जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी शिक्षक कोचिंग नहीं चलायेंगे और यह सुनिश्चित किया जाय कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिना रजिस्ट्रेशन के निजी कोचिंग संचालित नही हो ।
सभी प्रखंडों से प्रत्येक विषय के एक-एक सबसे अच्छे शिक्षक का चयन किया जाय और इसकी सूची जिला को भेजी जाय। जिलाधिकारी के द्वारा इन शिक्षकों को कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित करने का निर्देश दिया गया। हाल ही में कराये गये स्कूल जाँच की प्रतिवेदन पर विमर्श किया गया। इस संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा सर्वप्रथम शिक्षकों को बिना पैरवी या दबाब के पूरी पारदर्शी तरीके से सामंजित करने का निर्देश दिया गया ताकी विद्यालयों में छात्र शिक्षक अनुपात एक समान हो जाय। सभी उच्च विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन करने और इसके अध्यक्ष संबंधित माननीय विद्यायक की उपस्थिति में बैठक कर ली जाय और स्थिति से अवगत करायी जाय।
बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जिले में 199 नव सृजित विद्यालयों का अपना भवन नहीं है और ये दूसरे विद्यालयों में टैग किये गये है। इसमें से 12 के लिए जमीन चिन्हित कर ली गयी है। इन विद्यालयों के लिए 10 डीसीमल जमीन की जरूरत होती है। जिलाधिकारी के द्वारा शेष बचे 187 विद्यालयों की सूची संबंधित अंचलाधिकारी के देने और इस माह के अंत तक जमीन खोज लेने की बात कही गयी। जिलाधिकारी के द्वारा भदन, चाहरदिवारी, बेंच-डेस्क, शौचालय के लिए मोडेल स्टीमेट तैयार कर लेने का निर्देश दिया गया है।
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