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ओवर लोड नावों का परिचालन जारी


वैशाली: 
राघोपुर प्रखंड के रुस्तमपुर घाट, जेटली घाट तथा जीमदारी घाट पर नाविकों की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। नाविकों द्वारा ओवरलोडिंग कर गंगा पार करा रहे हैं। नाव पर बड़ी संख्या में सवारियों को बिना सुरक्षा बंदोबस्त और साथ ही दर्जनों बाइक और अन्य सामान को रखकर लोगों की जान जोखिम में डालकर गंगा पार कराया जा रहा है। प्रखंड के रुस्तमपुर घाट , जेटली घाट तथा जीमदारी घाट से रोजाना हजारों लोग पार करते हैं। ऐसे में यहां कभी भी कोई बड़ी हादसा भी घट सकती है। लेकिन उसके बाद भी नावो पर हो रही ओवरलोडिंग पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। एक नाव पर 50 से 60 सवारियों को भी बिना किसी सुरक्षा बंदोबस्त के, इसके अलावा दर्जनों बाइक, साइकिल तथा अन्य सामान से खचाखच भरी नाव इतने से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि रुस्तमपुर घाट, जेटली घाट तथा जीमदारी घाट पर नाविक किस कदर नावो पर ओवरलोडिंग कर रहे हैं। ओवरलोड नाव अगर हादसे का शिकार हो गई तो कई लोगों की जान भी मुश्किल में पड़ सकती है। गंगा में जलस्तर बढ़ने के बाद रुस्तमपुर घाट से कच्ची दरगाह घाट तथा जीमदारी घाट से चकौशन घाट पर बना पीपा पुल खोल दिया गया था। ऐसे में अब लोगों के पास गंगा को पार करने के लिए नावों का सहारा बचा है, लेकिन नाविक बिना सुरक्षा उपायों के क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाने के साथ ही बाइक एवं अन्य सामान नाव में रखकर गंगा पार करा रहे हैं और प्रशासन इससे बेखबर है। रुस्तमपुर घाट, जेटली घाट तथा जीमदारी घाट पर मौजूद नावे जर्जर भी है |ऐसे में अगर कोई हादसा घट जाता है तो लोगों को जान जोखिम में पड़ सकती है। राघोपुर प्रखंड के लगभग 20 पंचायतों के लोग गंगा पार कर रोजाना आते जाते हैं। राघोपुर प्रखंड के रुस्तमपुर घाट पर लोग स्थायी पुल बनाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं ।। पीपा पुल हटने के बाद नावों का सहारा होता है। लोगों का कहना है कि अगर यहां पक्का पुल बन जाए तो लाखों लोगों को इससे लाभ मिलेगा।

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