सीआरपीएफ जवान की गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया अंतिम संस्कार
रोहतास नोखा से मटु कुमार की रिपोर्ट
नोखा (रोहतास) सड़क दुर्घटना में सीआरपीरफ जवान की मौत के बाद जवान की अन्तिम विदाई जवानों ने गार्ड ऑफ औनर के साथ दी गई। इनका अंतिम संस्कार बक्सर में किया गया।
नोखा थाना क्षेत्र के डुमरा गांव निवासी सीआरपीएफ जवान मिथिलेश कुमार की मौत रांची में सड़क दुर्घटना के दौरान हो गई थी।
शव को सीआरपीएफ की जवानों ने गाड़ी से तिरगा में लेकर पैतृक गांव डुमरा पहुचे जहा से बक्सर के लिए रवाना हो गए। बक्सर के घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
माता-पिता एव चाचा की इकलौती संतान सीआरपीएफ जवान मिथिलेश कुमार सिंह डुमरा गांव निवासी हैं। जिनकी कार दुर्घटना में मौत रांची में हो गई थी। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि डुमरा गांव निवासी वशिष्ठ सिह का 37 वर्षीय पुत्र मिथिलेश कुमार रांची में प्रशिक्षण के लिए गया था। जहां पर कार दुर्घटना में उसकी मौत हो गई।
मृतक के पुत्र आलोक कुमार और पिता वशिष्ट कुमार द्वारा अंतिम संस्कार बक्सर में किया गया। पुत्र द्वारा मुखाग्नि दी गई जहां पर सीआरपीएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर के अंतिम विदाई दी। जहां पर कि माहौल गमगीन हो गया।
चाईबासा में था पोस्टिंग मिथिलेश कुमार सीआरपीएफ में चाईबासा में पोस्टिंग थी। जो कि प्रशिक्षण के लिए रांची गए हुए थे। जहां पर कार दुर्घटना में उनकी मौत होने की खबर परिवार वाले को मिली। मृतक के चाचा रामेश्वर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना सीआरपीएफ के कार्यालय द्वारा दी गई । घटना की सूचना पर परिजन रवाना रांची रवाना हुए ।कैंसर से मा पीड़ित है। मृतक की माता विमला देवी कैंसर का इलाज मुंबई में करा रही हैं। पिता बशिष्ठ सिह भी पत्नी का इलाज करा रहे है। पुत्र की मौत की सूचना के बाद मुंबई से रांची आये थे।
मृतक मिथिलेश कुमार का पत्नी पूजा कुमारी की रो रो कर बुरा हाल है। रो रो कर अचेत हो जा रही है। पुत्र 11 वर्षीय बेटी कनक कुमारी, 2 पुत्र आलोक कुमार, हर्षित कुमार भी रो रो कर बुरा बुरा हाल है। पिता का रो रो कर बुरा हाल क्या कहते हैं पिता रो-रो कहते हैं कि परिवार में एकलौता संतान था। पुत्र पिता के शव को कंधा देता है लेकिन यहां पर तो भगवान को कुछ और ही मंजूर है।
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