जर्मन कैमोमाइल के महक से रोशन होगा ठेकमा की गुलशिता
भारत साहित्य रत्न अभिषेक कुमार
समाज के मुख्य धारा से पिछड़े, वंचित समूह दीदियों के उत्थान हेतु निरंतर प्रयत्नशील रहने वाले आजमगढ़ जिला, ठेकमा के ब्लॉक मिशन प्रबंधक-कौशल एवं रोजगार अभिषेक कुमार के पहल से महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना अंतर्गत महिला किसानों ने जर्मन कैमोमाइल की खेती कर रही है। यह एक औषधीय फूल है जिसका इस्तेमाल कॉस्मेटिक एवं आयुर्वेदिक कंपनियां करती है तथा ग्रीन टी निर्माण में भी इसका उपयोग होता है।
बरवां ग्राम के कबीर स्वयं सहायता समूह एवं सरायमोहन ग्राम के दुर्गा स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए नर्सरी से लगभग 30 एकड़ भूमि में जर्मन कैमोमाइल के पौधा लगाया जाएगा। ज्ञात हो कि उत्पादन स्थल से इसके फूल लगभग 200 रुपये kg गुजरात के बायर से उठान हेतु अनुबंध हो चुका है। यह नकदी पुष्प पौधरोपण का समयावधि 04 महीने का होता है और महिला किसान एक एकड़ में कुल 60-80 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा प्राप्त कर सकती है।
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