गर्म कपड़ों की सजी दुकानें
रोहतास बिक्रमगंज । ठंड के दस्तक देते ही बाजार में गर्म कपड़े की बिक्री शुरू हो गयी है । बाजार में गर्म कपड़े के रूप में स्वेटर, जैकेट, पैंट-सर्ट आदि दुकानें सज चुकी है । वहीं सेंथेटिक कंबल, ऊन के कंबल, ऊनी चादर आदि की भी दुकानें सज गयी है, लेकिन ठंड में अभी अधिक इजाफा नहीं होने की वजह से दुकानदार ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं । वहीं स्वेटर बुनने के लिए सेंथेटिक ऊन, असली ऊन आदि का खेप भी बाजार में उतरने लगा है । जैसे-जैसे ठंड का असर बढ़ते जा रहा है । वैसे-वैसे खरीदारों की भीड़ भी बाजार में जुटने लगा है । हालांकि सेंथेटिक ऊन जैसे वर्द्धमान ऊन, फैदर ऊन आदि की मंडी माल नहीं आने के कारण थोड़ा उदास है । इस मामले में दुकानदारों का कहना है कि लुधियाना, कोलकाता एवं दिल्ली आदि जगहों से माल का खेप चल चुका है , शीघ्र ही बाजार सज जायेगा । बाजार में खेप के आते ही रंग-बिरंगी ऊन एवं गर्म कपड़े जैसे जैकेट, स्वेटर, चादर, कंबल आदि अधिक मात्रा में सज जायेगा । तब ग्राहकों के मनपसंद गर्म कपड़े एवं ऊन आदि मिलना शुरू हो जायेगा । इस मामले को लेकर जब स्थानीय मीडिया की टीम बाजार का जायजा लिया,तब गर्म कपड़े आदि की वस्तु स्थिति सामने आयी । सेंथेटिक कंबल की उपयोगिता अनुमंडल क्षेत्र के सभी प्रखंडों के छोटे- बड़े बाजारों में ऊन के कंबल की जगह सेंथेटिक कंबल छाने लगा है । आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के ठंड से बचने के लिए कम कीमत वाला सेंथेटिक कंबल काम जरूर आता है । उसी प्रकार स्वेटर, जैकेट आदि के मामले में भी आम लोग ऊन के गर्म कपड़े की बजाय सेंथेटिक गर्म कपड़े पसंद किया करते हैं । बाजार में सेंथेटिक कंबल 700 रुपये से 3000 रुपये तथा ब्रांडेड सेंथेटिक कंबल सिंगल बेड 1000 रुपये से 3500 रुपये तथा डबल बेड 1500 रुपये से 9000 रुपये तक कीमत पर बेचा जा रहा है । वहीं वर्धमान सेंथेटिक ऊन 700 रुपये किलो से 900 रुपये किलोग्राम तक बेचा जा रहा है । जबकि स्वेटर एवं जैकेट आदि 2000 रुपये से 8000 रुपये तक की दर से बाजार में बेचा जा रहा है ।
कोई टिप्पणी नहीं
Type you comments here!