अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई झाझा के तत्वाधान में मनाया गया विश्व हिंदी दिवस
जमुई जिला ब्यूरो बीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
जमुई: मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई झाझा के तत्वाधान में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया जिसकी अगुवाई नगर कार्यकरिणी सदस्य रिन्टू मथुरी ने की।
भारतीय भाषाओं में केवल हिंदी ही एक ऐसी भाषा है जिसे राष्ट्रभाषा के रूप में अपनाया जा सकता है, आज हमें हिंदी बोलने पर गर्व करना चाहिए।।
नगर सहमंत्री अंश माथुर ने कहा कि हिन्दी ने हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है। हिन्दी दिवस भारत में हर वर्ष मनाया जाता है। हिन्दी विश्व में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाओं में से एक है। विश्व की प्राचीन, समृद्ध और सरल भाषा होने के साथ-साथ हिन्दी हमारी 'राष्ट्रभाषा' भी है। वह दुनियाभर में हमें सम्मान भी दिलाती है। यह भाषा है हमारे सम्मान, स्वाभिमान और गर्व की। हम आपको बता दें कि हिन्दी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी भाषा है।
मौके पर नगर कार्यकारिणी सदस्य हरिनंदन प्रजापति ने कहा कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक, साक्षर से निरक्षर तक प्रत्येक वर्ग का व्यक्ति हिन्दी भाषा को आसानी से बोल-समझ लेता है। यही इस भाषा की पहचान भी है कि इसे बोलने और समझने में किसी को कोई परेशानी नहीं होती। पहले के समय में अंग्रेजी का ज्यादा चलन नहीं हुआ करता था, तब यही भाषा भारतवासियों या भारत से बाहर रह रहे हर वर्ग के लिए सम्माननीय होती थी। लेकिन बदलते युग के साथ अंग्रेजी ने भारत की जमीं पर अपने पांव गड़ा लिए हैं।जिस वजह से आज हमारी राष्ट्रभाषा को हमें एक दिन के नाम से मनाना पड़ रहा है। पहले जहां स्कूलों में अंग्रेजी का माध्यम ज्यादा नहीं होता था, आज उनकी मांग बढ़ने के कारण देश के बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे हिन्दी में पिछड़ रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्हें ठीक से हिन्दी लिखना और बोलना भी नहीं आती है। भारत में रहकर हिन्दी को महत्व न देना भी हमारी बहुत बड़ी भूल है।
मौके पर नगर कार्यकारिणी सदस्य चंदन कुमार माथुर ,कॉलेज इकाई के खेल प्रमुख राहुल गुप्ता, आदि दर्जनों उपस्थित रहे।।
कोई टिप्पणी नहीं
Type you comments here!