धूम धाम से मनाई गई नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती
वैशाली 23 जनवरी को आजादी आंदोलन के महा योद्धा एवं आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती प्रखर किसान नेता राम पुकार राय की अध्यक्षता एवं मुखिया प्रतिनिधि प्रदीप यादव के संचालन में नवसृजित प्राथमिक विद्यालय शर्मा के परिसर में मनाई गई एस यू सी आई के जिला सचिव ललित कुमार घोष ने नेताजी के जीवन संघर्ष पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए छात्र नौजवानों एवं किसान मजदूरों का आह्वान किया कि आज की मौजूदा व्यवस्था नेता जी के सपनों का भारत नहीं है जिस तरह की व्यवस्था वह चाहते थे कि हर आदमी को सम्मान के साथ जीने का अधिकार मिले समान शिक्षा का अधिकार मिले वैसा भारत नहीं बन पाया उनका साफ मानना था कि इस अधूरी आजादी से हमारा काम नहीं चलेगा पूरी आजादी के लिए पुनः दूसरी क्रांति की जरूरत है गुलाम भारत में उन्होंने आई सी एस की डिग्री के को फाड़ कर फेंक दिया था और कहा कि भारत माता का पैर में बेरिया जकड़ी हुई है वैसी नौकरी नहीं कर सकता और आजादी आंदोलन में ताइवान से उन्होंने भारत वासियों को आह्वान करते हुए कहा कि मैं सुभाष बोल रहा हूं तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा दुखद बात यह है कि वैस वैसे महानायक के मौत की गुत्थी आजादी के 75 साल बाद भी नहीं सुलझ पाई है आज समय की पुकार है कि हम अपने आपको अपने अधिकार के लिए संगठित जन आंदोलन समय की पुकार है सभा को चंद्र भूषण कुमार पप्पू कुमार ज्योति कुमार राजबल्लभ महतो आदि वक्ताओं ने तथा शिक्षिका पुष्पा कुमारी ने नेताजी पर अपने विचार रखे।
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