पचरौता में चार बकरियों को बाघ ने मार खाया, लोगों में दहशत
रिपोर्ट अक्षय कुमार आनंद बेतिया बिहार
मैनाटाड़: वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना जंगल से सटे पचरोता गांव से उत्तर जंगल में शुक्रवार को बाघ के द्वारा चार बकरियों को मारकर खा जाने को लेकर लोगों में दहशत का माहौल है। मिली जानकारी के अनुसार पचरौता के बुला मियां का बारह वर्षीय पुत्र आजाद मियां अपने बकरियों को चराने पचरौता गांव से उत्तर जंगल के पास ले गया था। तभी जंगल में से निकल कर बाघ ने बकरियों पर हमला कर दिया।बाघ ने अपने हमले में चार बकरियों को मार डाला। अपने आंखों के सामने बाघ को देखकर आजाद मियां दहशत के मारे किसी तरह गिरते पड़ते जंगल से भागते अपने घर आया और अपने परिवार वालों को इसकी सूचना दी। इस सूचना पर आजाद मियां के बताये जगह पर जंगल में हारुन अंसारी ,शंभू उरांव,जगरनाथ साह,शिवशंकर शर्मा ,नेयाज आलम ,बुला मियां आदि ग्रामीण पहुंचे तो देखे कि चार बकरियों को बाघ ने खा लिया है। मौके पर बकरियों के शव पड़े हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जहां बकरी को बाघ ने खाया वहां बाघ के पद का निशान भी हम लोगों ने देखा है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन कार्यालय को भी दिया। इधर मंगुराहा वन रेंज के रेंजर सुनील पाठक ने बताया कि पचरौता में बाघ के द्वारा बकरियों के खाने की सूचना मिली है ।वन कर्मियों को मौके पर भेज पद चिन्ह की जांच कराई जा रही है। पशुपालकों के द्वारा वन विभाग को आवेदन देने पर मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जंगल से सटे लोगों को अकेले जंगल की तरफ नहीं जाना चाहिए। जंगली जानवर कहीं दिखे तो इसकी सूचना वन कार्यालय को दें । उल्लेखनीय है कि मानपुर थाना क्षेत्र के चक्रासन गांव से सटे वीते वर्ष 2021 के दिसंबर में बाघिन की हुई मौत हो गयी थी। उसके बाद बाघिन के शावक को भी देखा गया था।
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