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काराकाट प्रखंड के ग्राम पंचायत मोथा निज ग्राम में केवीके बिक्रमगंज द्वारा प्रक्षेत्र दिवस आयोजित


बिक्रमगंज(रोहतास)
सीसा एवं कृषि विज्ञान केन्द्र रोहतास के सहयोग से ग्राम मोथा प्रखंड काराकाट में शून्य जुताई विधि से गेहूं प्रजाति करण बंदना की कटाई हेतु प्रक्षेत्र दिवस मनाया गया । इस गेहूं फसल की बुवाई 24 अक्टूबर 2022 को की गई थी । इससे पहले इस खेत में धान की सीधी बुवाई मशीन के द्वारा की गई थी ।फसल कटनी कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान रविंद्र कुमार जलज ने किया । उन्होंने किसानों को गेहूं की अधिक उपज लेने हेतु ससमय बुवाई पर विशेष बल दिया । गेहूं फसल नवंबर माह में लगाने से उत्पादन 40 से 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक लिया जा सकता है । वहीं अगर इसकी खेती दिसंबर माह में शुरू की जाए तो इसका उत्पादन घटकर 35 से 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो जाता है । इस कार्यक्रम में मृदा वैज्ञानिक डॉ रामा कांत सिंह , सीसा के रंजन कुमार, मोहम्मद अली इत्यादि उपस्थित थे । डॉक्टर रामाकांत सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि मोथा के किसान लाल बाबू 4 बीघे में गेहूं की फसल जीरो टिलेज से लगाए हैं , जिस की बुवाई 24 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच कर दी गई थी । इसकी उपज क्षमता आज आकलन के पश्चात 19.58 क्विंटल प्रति बीघा आई है । गेहूं का कोई भी दाना सूखा हुआ नहीं है । वर्तमान में तापमान अधिक होने के कारण जिन गेहूं फसल की देरी से बुवाई की गई है , उनका उत्पादन प्रभावित हो जाएगा, दाने सूख जाएंगे एवं प्रति बीघा 8 से 9 क्विंटल ही उत्पादन आएगा । अतः किसानों को गेहूं की बुवाई हमेशा समय से कर देनी चाहिए । कार्यक्रम में लगभग 80 महिला एवं पुरुष कृषकों ने भाग लिया । उन्होंने कहा कि लाल बाबू के द्वारा अपनाई गई धान बुवाई एवं गेहूं बुवाई तकनीक विस्तार पूर्वक उपस्थित किसानों को बताई गई ।

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