जमुई जिला ब्यूरो वीरेंद्र कुमार की रिपोर्ट
जमुई के सरकारी स्कूलों से 39 हजार बच्चों का नामांकन रद्द करने के आदेश को भारतीय जनता पार्टी जिला ईकाई जमुई ने इसे तुगलकी फरमान करार दिया है। एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजनंदन सिंह ने कहा कि विद्यालयों में बच्चों के अनुपस्थिति के आधार बनाकर कर नाम काटने का जो तुगलकी फरमान जारी किया है उससे तो शिक्षा विभाग की ही पोल खुल गई है। इससे स्पष्ट होता है कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट है। सरकार अपनी किरकिरी से बचने के लिए ऐसा क़दम उठाई है जो सरासर ग़लत है। उन्होंने कहा कि सरकार को पहले तो बच्चों को शत् प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराने के बजाय शत् प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात तो यह है ज़िले में दर्जनों ऐसे विद्यालय है जिसमें बच्चे तो नामांकित है लेकिन पढ़ाई की बात तो दूर बच्चों का हाजरी बनाने के लिए एक भी शिक्षक नहीं है। उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी से जानना चाहा कि पहले तो वो ये बताये कि जमुई प्रखंड के उच्च विद्यालय नवीनगर एवम उच्च विद्यालय बरुअट्टा में एक भी शिक्षक क्यों नहीं है?और अगर एक भी शिक्षक नहीं है तो उस विद्यालय में बच्चों का नामांकन ही क्यों लिया गया? क्या यह बच्चों के साथ खिलवाड़ नहीं तो क्या है? इसलिए ऐसे तुगलकी फरमान जारी करने से पहले सरकार विद्यालयों में शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित करे ।
भवदीय
बृजनंदन सिंह
जिला उपाध्यक्ष, भाजपा जमुई।