सोनो जमुई संवाददाता चंद्रदेव बरनवाल की रिपोर्ट
बिहार के खगड़िया गांव निवासी परिश्रमी किसान स्व: भागवत शर्मा की याद में एवं उनकी प्रेरणा पाकर पुत्र श्री राम विलास शांडिल्य ने पुरे बिहार का भ्रमण कर अब तक कुल एक लाख पांच हजार एक सो तीन पौधे लगाकर एवं पर्यावरण भारती नामक संस्था बनाकर एक नई कीर्तीमान हासिल कर लिए । श्री शान्डिल्य ने बताया कि हमारे पुज्य पिताजी स्व: भागवत शर्मा एक परिश्रमी किसान थे , वे हमें धार्मिक , समाजिक एवं देश भक्ति का पाठ पढ़ाये । वे सन 1942 के अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल हुए थे । उनकी प्रेरणा से ही मेने पटना में पिछले वर्ष 2008 में पर्यावरण भारती नामक संस्था बनाकर संपुर्न बिहार का भ्रमण करते हुए पौधे लगाने का कार्य शुरू किया हुं । श्री शान्डिल्य ने आगे कहा कि आश्विन मास के पितृ पक्ष में पितरों को तंडुल या तिल मिश्रित जल अर्पित करने की क्रिया को तर्पण कहा जाता है , जिसे पिंडदान कहते हैं एवं श्रद्धा से किया गया कर्म श्राद्ध हे । इससे माता ओर पिता एवं गुरु तृप्त होते हैं । उन्होंने बताया कि पितृ पक्ष में पितरों के नाम देव वृक्ष पीपल में जल अर्पण करना चाहिए , साथ ही अपने पुर्वजों की स्मृति में देव वृक्ष पीपल का एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए एवं लगाए गए सभी पेड़ की सेवा ओर सुरक्षा लगातार पांच वर्षों तक करना चाहिए । क्योंकि पौधे लगाने से वृष्टि होती है , वृष्टि से उपजाऊ होता है , उपजाऊ से हमें अन्न मिलता है । उन्होंने आगे बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एवं ऑक्सीजन की प्राप्ति के लिए पौधे लगाना बहुत जरूरी है । उन्होंने आम लोगों से पौधा नहीं काटने एवं पौधे लगाने की अपील की ।